मैं माँ बगलामुखी की नगरी नलखेड़ा में निवास करता हूँ। बचपन से ही माँ के आँगन में बड़ा हुआ हु माँ के साक्षात होने का अहसास कई बार मुझे हुआ है।
अपने प्राणो के अन्तः करण से अपने जीवन को माता के चरणों में समर्पित किया है।
मेरा मन सदैव की माँ की पूजा-अर्चना में लीन रहता है। माँ की सेवा में ही जीवन समर्पित है। माँ का हवन-पूजन, अनुष्ठान व साधना एकाग्र चित्त व भक्ति भाव से कर अत्यदिक आनंद को भोगता हूँ।
अपने कार्य को पूर्ण आत्मविश्वाश से करता हूँ, और उसकी सफलता माँ के हाथ में छोड़ता हूँ।
आचार्य पंडित जय शर्मा
माँ बगलामुखी मंदिर, नलखेड़ा
मैं माँ बगलामुखी की नगरी नलखेड़ा में निवास करता हूँ। बचपन से ही माँ के आँगन में बड़ा हुआ हु माँ के साक्षात होने का अहसास कई बार मुझे हुआ है।
अपने प्राणो के अन्तः करण से अपने जीवन को माता के चरणों में समर्पित किया है।
मेरा मन सदैव की माँ की पूजा-अर्चना में लीन रहता है। माँ की सेवा में ही जीवन समर्पित है। माँ का हवन-पूजन, अनुष्ठान व साधना एकाग्र चित्त व भक्ति भाव से कर अत्यदिक आनंद को भोगता हूँ।
अपने कार्य को पूर्ण आत्मविश्वाश से करता हूँ, और उसकी सफलता माँ के हाथ में छोड़ता हूँ।
पंडित आदेश आचार्य
माँ बगलामुखी मंदिर, नलखेड़ा